!!भजन!!
कारे कारे केश कैद करत रसिक चित्त,
भौंह करे काम जनु काम की कमान को...
नयन सरोज लखि लाजै द्रग खंजन के,
नासिका करत नास कीर के गुमान को..
भनत '' राजेश '' दंत पन्गती दमक दूर्,
करे अभिमान चपला की चमकान को...
घायल भई हौ काल राम रघुवीर जू ने,
मारयो उर वीर तीर तीरछी तकान को....
🙏परम पूज्य महाराज श्री राजेश्वरानंन्द जी🙏
कारे कारे केश कैद करत रसिक चित्त,
भौंह करे काम जनु काम की कमान को...
नयन सरोज लखि लाजै द्रग खंजन के,
नासिका करत नास कीर के गुमान को..
भनत '' राजेश '' दंत पन्गती दमक दूर्,
करे अभिमान चपला की चमकान को...
घायल भई हौ काल राम रघुवीर जू ने,
मारयो उर वीर तीर तीरछी तकान को....
🙏परम पूज्य महाराज श्री राजेश्वरानंन्द जी🙏
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