!!भजन!!रघुनाथ जी हो जिसकी बिगड़ी बनाने वाले,
क्या फ़िर बिगाड़ सकते, उसका ज़माने वाले....
कैसा भी वक़्त आये परवाह क्यों करेगा,
रखवाले बन के बैठे हनुमंत गदा वाले....
बल अपना कुछ नहीं है,अभिमान क्या करे हम ,
रघुवर कृपा का बल है जो चाहे आजमाले...
निंदा हो चाहे स्तुति कुछ फ़र्क नहीं पड़ता,
अलमस्त हो गये जो पीकर के प्रेम प्याले....
'' राजेश '' पतन कर दे कलियुग की क्या है ताकत्,
मैय्या ही जिसको अपनी गोदी में जब बिठाले....
🙏परम पूज्य महाराज श्री राजेश्वरानंन्द जी🙏