🔫कविता:- भारतीय सैनिक🔫
(1) भारतीय शेरो, शांति व्रत तोड़ दीजिएगा
शत्रु के लिए विनाशकारी बन जाइये
बाली दूसरों का हक, छीनने की ताक में है
आप श्रीराम से शिकारी बन जाइये
गांधी के अहिंसावादी मूल मानिएगा किन्तु,
बोस जैसे राष्ट्र के पुजारी बन जाइए
देश को है श्याम आज बांसुरी की चाह नहीं -2
वक्त चाहता है चक्रधारी बन जाइए
(2) सैनिकों के शौर्य पे ना कोई प्रश्न चिन्ह
यदि ठान शत्रु को ये जड़ से उखाड़ देते हैं
कोई दो दो हाथ करना भी यदि चाहता तो,
एक बार में ही भूमि पर पछाड़ देते हैं
कोई माया, मातृभूमि पर कुदृष्टि डालता तो
ऐसे आइनों के चेहरे बिगाड़ देते है
वंशज भरत के है, सामने हो सिंह के भी,
खेल-खेल में ही जबड़े को फाड़ देते हैं
(3) देश की जवानी को खोखला किए हुए हैं
कैसे इसके प्रति ये द्वेष मिट जाएगा
फैशन की दौड़ में जो यूँ ही दौड़ते रहे तो,
अपना ही भारतीय वेश मिट जाएगा
अंकुश लगा नहीं, विदेशी सभ्यता पर यदि,
जो भी कुछ शेष है वह भी शेष मिट जाएगा
हम ही युवा है, इस देश का भविष्य
हम ही मिटे तो सारा देश मिट जाएगा।।
कवि:- श्री मनवीर मधुर(मथुरा)
(1) भारतीय शेरो, शांति व्रत तोड़ दीजिएगा
शत्रु के लिए विनाशकारी बन जाइये
बाली दूसरों का हक, छीनने की ताक में है
आप श्रीराम से शिकारी बन जाइये
गांधी के अहिंसावादी मूल मानिएगा किन्तु,
बोस जैसे राष्ट्र के पुजारी बन जाइए
देश को है श्याम आज बांसुरी की चाह नहीं -2
वक्त चाहता है चक्रधारी बन जाइए
(2) सैनिकों के शौर्य पे ना कोई प्रश्न चिन्ह
यदि ठान शत्रु को ये जड़ से उखाड़ देते हैं
कोई दो दो हाथ करना भी यदि चाहता तो,
एक बार में ही भूमि पर पछाड़ देते हैं
कोई माया, मातृभूमि पर कुदृष्टि डालता तो
ऐसे आइनों के चेहरे बिगाड़ देते है
वंशज भरत के है, सामने हो सिंह के भी,
खेल-खेल में ही जबड़े को फाड़ देते हैं
(3) देश की जवानी को खोखला किए हुए हैं
कैसे इसके प्रति ये द्वेष मिट जाएगा
फैशन की दौड़ में जो यूँ ही दौड़ते रहे तो,
अपना ही भारतीय वेश मिट जाएगा
अंकुश लगा नहीं, विदेशी सभ्यता पर यदि,
जो भी कुछ शेष है वह भी शेष मिट जाएगा
हम ही युवा है, इस देश का भविष्य
हम ही मिटे तो सारा देश मिट जाएगा।।
कवि:- श्री मनवीर मधुर(मथुरा)
बेहद ही खूबसूरत पंक्तियां है।।🙏
जवाब देंहटाएंBeautiful lines
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर कविता
जवाब देंहटाएंjai ho
जवाब देंहटाएंjai shree Ram
jai Hind