रविवार, 12 जुलाई 2020

!!भजन!!

!!भजन!!
संसार स्वप्न माया आनंद रूप अपना
गुरुदेव ने लखाया आनंद रूप अपना
है पंचभूत निर्मित बनने बिगड़ने वाली,
यह नाशवान काया आनंद रूप अपना
हालात के मुताबिक क्षण-क्षण में मन बदलता
मुझमें न फर्क आया आनंद रूप अपना
निश्चय हुआ मैं वो हूँ जिसको कि वेद चहं में
कह नेति नेति गया आनंद रूप अपना
आवे नहीं न जावे साक्षी सदा है स्थिर
जावे वही जो आया, आनंद रूप अपना
🙏परम पूज्य महाराज श्री राजेश्वरानंन्द जी🙏

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