रविवार, 23 अप्रैल 2017

दबे दबे होंठो से कुछ बात
आज कह दो
दिल मैं जो दबाये हैं वो अरमान
आज कह दो
कह दो कि
मुझसे कितना प्यार करते हो
कह दो कि
दिल में सिर्फ मुझको रखते हो
न कह सको अगर होंठो से कुछ,
तो प्यार के कुछ ख़त मेरे नाम कर दो
कुछ तो कहो कुछ इशारा तो दो
हवाओं के झोंको से कह दो
या खूबसूरत फ़िज़ाओं से
बस प्यार है मुझसे एक बार तो कहदो
नहीँ कहते हो मुझसे कुछ तब भी कुछ इशारे होते हैं
ना जाने क्या कशिश है तुम्हारी आँखों में
कि देख के मुझे ये झुक जाती हैं
थोड़ी थोड़ी हया आती है इनको
और लज्जा से ये शर्मा जाती हैं
कभी कभी दांतो से होंठों को  दबाने लगते हैं
तो कभी कभी खुद मैं सिमटने लगते हैं
शायद ये दिल को पहली बार हुआ है
कुछ मीठा सा एहसास है
कई लोगो ने मुझसे कहा शायद तुम्हे भी प्यार हुआ है
कैसे ये जान लूँ क्यों लोगों की बात मान लूँ
एक बार ही सही दबे दबे होंठो से कुछ बात कह दो
कि है आग प्यार की आपके दिल में दबी कहीं
इतना एक बार कह दो
मेरी कश्मकश को एक नाम दे दो
प्यार का कोई पैगाम दे दो
फिर लिखो कोई दिल की कहानी
कि थी कोई हीर जो थी रांझा की दीवानी
जिसने माना था तुम्हें प्यार और कहा था
कि दबे दबे होंठो से कुछ बात कह दो
कि  है तुम्हें भी है प्यार मुझसे
इतना बस एक बार कह दो
            🙏आपका देव🙏


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