गुरुवार, 12 मार्च 2020

!!भजन!!

!!भजन!!
मन उस दिन की सोच काल जब आयेगा,
रे मत वाले मूड संग क्या जायेगा

श्वासा के आने जाने का क्रम जब छूटेगा,
जो बर्षों में जोड़ा जब वो क्षण में छूटेगा
क्षण में छूटेगा बोल तू क्या कर पायेगा
मन उस दिन की सोच काल जब आयेगा...

हुआ सभी के संग तेरे भी होयेगा,
जग ना सकेगा कभी नींद तू ऐसी सोयेगा
ऐसी सोयेगा तुझे संसार जगायेगा,
मन उस दिन की सोच काल जब आयेगा...

सतसंगती मे बैठ कुसंगति से तु हट ले रे,
कर ले प्रभु का भजन मान सतगुरु की शिक्षा रे
राजेश्वर आनंद नाम श्री राम का रट ले रे,
तुरत भव रोग मिटायेगा
मन उस दिन की सोच काल जब आयेगा...

सुख पाता रहा जो सदा जग में,
उसे आखिर में दुःख पाना पड़ा
पछताया नहीं जो कभी भी कहीं,
उसे अंत समय पछताना पड़ा
कोई फूल ना बाग में ऐसा खिला,
खिलकर ना जिसे मुरझाना पड़ा
विधि का यह अटल विधान रहा,
जिसे आना पड़ा उसे जाना पड़ा
मन उस दिन की सोच काल जब आयेगा,
रे मत वाले मूड संग क्या जायेगा

🙏परम पूज्य महाराज श्री राजेश्वरानंन्द जी🙏

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