मंगलवार, 4 जून 2019

!!भजन!! 
हम सोचते काम दुनिया के करले।
धन धाम अर्जित कर, नाम करले।
फिर एक दिन बनके साधु रहेंगे।
कभी उस दिन के भरोसे न रहना।
बदलता जो क्षण क्षण मन वृत्ति अपनी।
कभी अपने मन के भरोसे न रहना।
ये तन किमती है, मगर है विनाशी।
कभी अगले क्षण के भरोसे न रहना।

🙏श्री स्वामी राजेश्वरानंद जी महाराज🙏

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