मंगलवार, 28 अगस्त 2018

 कविता:- भला हुआ जो राम कहानी हो गई समय पुराने में

(1) भला हुआ जो राम कहानी हो गई समय पुराने में,
अरे लेने के देने पड़ जाते, जो होती नए जमाने में-2

(2) केवट से राम जो चरण धुलवाते आज,
मायावती दलितों का अपमान मानती
सूपर्नखा की नाक जो काट देते लक्ष्मण,
ममता जरूर नया आंदोलन ठानती
सोने का हिरण रामजी जो मार देते आज,
पशु अत्याचार इसे मेनका बखानती
बिना पासपोर्ट-वीजा लंका जाते हनुमान,
श्रीलंका सरकार केस नया तानती
बजरंगी चक्कर खा जाते, पासपोर्ट बनवाने में
भला हुआ जो राम कहानी हो गई समय पुराने में-2

(3) रावण को छ: माह कांख में दबाता बाली,
मानवाधिकारों का हनन इसे मानते
बूटी के लिए पहाड़ ले आते जो हनुमान,
हिमालय के वासी एक नई राह ठानते
और रावण विभीषण में लात मारता जो आज,
चुनावों में झंडे को विरोध वाले तानते-2
रावण के दस-शीश होते यदि आज यार,
कटिंग के नाई दस गुना धन मांगते
एक हजार रूपया लगते कटिंग सेव कराने में,
भला हुआ जो राम कहानी हो गई समय पुराने में-2

(4) शिव का धनुष टूटने से जो बवाल होता,
फेविकोल उसे मजबूत जोड़ डालता
रावण जोगी का वेष खुद क्यों बनाता आज,
आसाराम से अनेकों जोगी नहीं पालता-2
और सीता जी की खोज की दिशा को जानने के लिए,
वो बूढ़ा जावमंत नेट-गुगल खंगालता
और लंका की लड़ाई पीछे लड़ता सिपाही,
पहले लंका की दीवारों से वो सोने को निकालता
स्विस बैंक में बंदर जुटते, सोना जमा कराने में
भला हुआ जो राम कहानी हो गई समय पुराने में-2

(5) राम की कहानी यदि आज दोहराई जाती,
भाई भाई मैं ये वैर-भाव नहीं होता
और ताड़का सुबाहु उग्रवादी नहीं होते आज,
कोई उग्रवाद विष-बेल नहीं बोता
जनता के ताप, पाप सब मिट जाते आप, 2
राम राज्य में कोई भी भूखा नहीं सोता
राम-नाम सरयू में प्राणी जो लगाता गोता,
राम-नाम जनता के पाप सब धोता-2
आओ हम सब एक जुट जाएं, अब राम राज्य को लाने में
राम कहानी फिर दोहराएं आओ नए जमाने में.....
                     🙏आपका देव🙏

3 टिप्‍पणियां: