Divakar Sharma
मंगलवार, 7 जुलाई 2015
साजिशें वो रचते है दुनिया में जिन्हें कोई जंग जितनी हो.......
मेरी कोशिश तो दिल जितने की होती है...
ताकि रिश्ता कायम रहे जब तक जिंदगी हो...
काश तु मेरी आँखोँ की आँसु बन जाये !
मेँ रोना छोड़ दुं तुझे खोने के डर से ..!!
कुछ लौग ये सोचकर भी मेरा हाल नहीं पुँछते..!
कि ये पागल दिवाना फिर कोई शायरी न सुना देँ...!!
नई पोस्ट
पुराने पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें
संदेश (Atom)